भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) अब नए युग में प्रवेश कर रहा है। कंपनी मई 2025 तक 4G सेवाएं और जून 2025 तक 5G सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही है। एक लाख से अधिक बेस स्टेशनों के माध्यम से बीएसएनएल अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
जियो से बीएसएनएल में पोर्टिंग
जियो से बीएसएनएल में नंबर पोर्ट करने की प्रक्रिया बेहद सरल है। सबसे पहले आपको 1900 पर एसएमएस भेजकर यूनिक पोर्टिंग कोड (यूपीसी) प्राप्त करना होगा। यह कोड अधिकांश राज्यों में चार दिनों के लिए मान्य होता है, जबकि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में यह 30 दिनों तक चलता है।
पोर्टिंग के लिए आपको बीएसएनएल स्टोर पर जाकर कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे। इनमें आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और यूपीसी शामिल हैं। वहां आपको एक फॉर्म भरना होगा और मामूली शुल्क का भुगतान करना होगा। इसके बाद आपको एक नया बीएसएनएल सिम कार्ड दिया जाएगा।
पोर्टिंग के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। यदि आप पोस्टपेड उपभोक्ता हैं, तो सभी बकाया राशि का भुगतान करें। प्रीपेड उपभोक्ताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनका मौजूदा बैलेंस और लाभ नए नेटवर्क पर ट्रांसफर नहीं होंगे। पोर्टिंग प्रक्रिया में सामान्यतः 3 से 5 दिन का समय लगता है।
बीएसएनएल ने 2025 के अंत तक अपने नेटवर्क पर कुल मोबाइल ग्राहकों का 25 प्रतिशत जोड़ने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ओटीए और यूएसआईएम प्लेटफॉर्म भी लॉन्च करेगी, जिससे ग्राहक बिना किसी भौगोलिक सीमा के अपना सिम कार्ड बदल सकेंगे और मोबाइल नंबर चुन सकेंगे।
बेहतर कस्टमर केयर
यदि पोर्टिंग के दौरान कोई समस्या आती है, तो बीएसएनएल के कस्टमर केयर नंबर 1800-180-1503 पर संपर्क किया जा सकता है। बीएसएनएल अपनी सेवाओं को लगातार बेहतर बना रहा है, और नए टेक्नोलॉजी अपडेट्स के साथ ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने की दिशा में काम कर रहा है।