भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। यह बढ़ोतरी खासकर त्योहारी सीजन के करीब आते ही और तेज हो गई है। आइए जानते हैं कि विभिन्न शहरों में इन कीमती धातुओं की कीमतें क्या हैं और निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब है।
मुंबई में सोने की चमक
मुंबई, जो भारत का वित्तीय केंद्र माना जाता है, वहां सोने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। 16 अक्टूबर को सोने की कीमत 76,470 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो पिछले सप्ताह की तुलना में लगभग 1,550 रुपये अधिक है। यह बढ़ोतरी निवेशकों और आभूषण खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है।
दिल्ली में सोने का बाजार गरम
राजधानी दिल्ली में भी सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। यहां 16 अक्टूबर को सोना 76,240 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। दिवाली जैसे त्योहारों के नजदीक आने के साथ, उत्तर भारत में सोने की मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है, जो कीमतों को और बढ़ा सकती है।
चेन्नई और कोलकाता का रुख
दक्षिण भारत के प्रमुख शहर चेन्नई में सोने की कीमत 76,320 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। वहीं, पूर्वी भारत के महत्वपूर्ण बाजार कोलकाता में यह कीमत 75,950 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। दोनों शहरों में पिछले सप्ताह की तुलना में कीमतों में वृद्धि देखी गई।
चांदी की चमक बरकरार
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उछाल देखा गया। मुंबई में चांदी 91,590 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी, जो पिछले सप्ताह से लगभग 2,670 रुपये अधिक है। दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता में भी चांदी की कीमतों में समान रुझान देखा गया।
त्योहारी सीजन में निवेशकों के लिए अवसर
सोने और चांदी की बढ़ती कीमतें निवेशकों के लिए अवसर प्रदान करती हैं। एमसीएक्स पर दिसंबर 2024 के सोने के वायदा अनुबंध में 339 रुपये की वृद्धि देखी गई, जो 76,385 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसी तरह, चांदी के वायदा अनुबंध में भी 864 रुपये की बढ़ोतरी हुई।
त्योहारी सीजन के दौरान सोने और चांदी की मांग बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, खरीदारों को सतर्क रहना चाहिए और कीमतों में अचानक उतार-चढ़ाव की संभावना को ध्यान में रखना चाहिए। निवेशकों के लिए यह समय अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करने और लंबी अवधि के निवेश लक्ष्यों के अनुरूप निर्णय लेने का हो सकता है।
सोने और चांदी की कीमतों में यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक बाजार की स्थिति को दर्शाती है। त्योहारी सीजन के साथ-साथ आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण लोग सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि, हर निवेश निर्णय से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है।