भारत की सरकारी दूरसंचार कंपनी BSNL ने एक बड़ा कदम उठाते हुए Viasat के साथ साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी भारत में सैटेलाइट आधारित संचार सेवाओं के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखने जा रही है। कंपनी ने अत्याधुनिक D2D (Device-to-Device) टेक्नोलॉजी को मंजूरी दे दी है, जो बिना परंपरागत नेटवर्क या सिम कार्ड के उपयोगकर्ताओं को संचार की सुविधा प्रदान करेगी।
D2D टेक्नोलॉजी की विशेषताएं और लाभ
इस नवीन तकनीक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर काम करेगी। उपयोगकर्ता न केवल स्मार्टफोन बल्कि स्मार्टवॉच और अन्य स्मार्ट डिवाइस पर भी इसका उपयोग कर सकेंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दूरदराज के क्षेत्रों में भी यह तकनीक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। नेटवर्क आउटेज की समस्या से भी उपयोगकर्ताओं को मुक्ति मिलेगी।
एलन मस्क की SpaceX को BSNL की चुनौती
जहां एक ओर एलन मस्क की SpaceX भारतीय बाजार में प्रवेश की योजना बना रही है, वहीं BSNL ने अपना स्वदेशी सैटेलाइट नेटवर्क विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने इस तकनीक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया है और इसे आगे बढ़ने की मंजूरी मिल चुकी है। यह कदम भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक के विकास का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
Viasat की इस नई तकनीक के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच और यहां तक कि कार को सीधे सैटेलाइट नेटवर्क से जोड़ सकेंगे। यह न केवल व्यक्तिगत उपकरणों बल्कि विभिन्न डिवाइस के बीच भी आसान कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इस तकनीक की एक प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें लोकेशन-आधारित सीमाएं नहीं होंगी और उपयोगकर्ताओं को बेहतर कवरेज और संचार की सुविधा मिलेगी।