सोशल मीडिया पर इन दिनों एक चौंकाने वाली खबर तेजी से वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ₹500 के नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाकर उद्योगपति रतन टाटा की तस्वीर लगाने जा रहा है। यह खबर कितनी सच है और कितनी झूठी, आइए जानते हैं इसकी पूरी सच्चाई।
वायरल खबर में क्या है?
सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो और तस्वीरों में दिखाया जा रहा है कि नए ₹500 के नोट पर महात्मा गांधी की जगह रतन टाटा की तस्वीर होगी। साथ ही, लाल किले की जगह टाटा कंपनी का लोगो दिखाया जा रहा है। कुछ पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि यह परिवर्तन 2025 के बाद से लागू होगा।
क्या है वास्तविकता?
यह समाचार पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है। भारतीय मुद्रा पर किसी भी प्रकार का परिवर्तन करने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा आधिकारिक घोषणा की जाती है। वर्तमान में ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। वायरल हो रही तस्वीरें डिजिटली एडिट की गई हैं और इनका कोई आधिकारिक स्रोत नहीं है।
क्यों फैलाई जा रही है ऐसी अफवाह?
साइबर विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी फर्जी खबरें सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाने और लोगों को भ्रमित करने के लिए फैलाई जाती हैं। इस तरह की खबरों से न केवल आम जनता में भ्रम की स्थिति पैदा होती है, बल्कि यह देश की मौद्रिक व्यवस्था में भी अविश्वास पैदा कर सकती हैं।
क्या करें ऐसी खबरों से बचने के लिए?
1. किसी भी मुद्रा संबंधी जानकारी के लिए केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा करें।
2. बिना सत्यापन के ऐसी खबरों को आगे न भेजें।
3. फर्जी खबर फैलाने वाले स्रोतों को तुरंत ब्लॉक करें।
4. संदिग्ध जानकारी मिलने पर RBI की हेल्पलाइन से संपर्क करें।
यह स्पष्ट है कि ₹500 के नोट पर रतन टाटा की तस्वीर लगाने की खबर पूरी तरह से निराधार है। नागरिकों को ऐसी भ्रामक सूचनाओं से सावधान रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करना चाहिए। भारतीय मुद्रा में किसी भी तरह का बदलाव एक गंभीर मामला है, जिसकी घोषणा केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ही की जा सकती है।