बिहार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए एक नवीन पहल की है। बिहार मुर्गी पालन योजना 2024 के नाम से यह कार्यक्रम राज्य में पोल्ट्री उद्योग को प्रोत्साहित करने का एक साहसिक प्रयास है। इस योजना के तहत, सरकार मुर्गी फार्म स्थापित करने के इच्छुक लोगों को 3 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है।
Murgi Palan Yojana की मुख्य विशेषताएं
योजना की विशेषता यह है कि यह दो प्रकार के फार्म – लेयर मुर्गी फार्म और बॉयलर मुर्गी फार्म – को समर्थन देती है। सरकार द्वारा दी जाने वाली यह सहायता 30 से 50 प्रतिशत तक के अनुदान के रूप में है, जो लाभार्थियों को अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करेगी। आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिसमें इच्छुक व्यक्ति बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
पात्रता के लिए, आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और उनके पास पोल्ट्री फार्म स्थापित करने के लिए पर्याप्त जमीन होनी चाहिए। इसके अलावा, पोल्ट्री फार्मिंग में प्रशिक्षण भी एक महत्वपूर्ण मानदंड है। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में भूमि का प्रमाण, लगान रसीद, एलपीसी लीज करारनामा नक्शा और वित्तीय प्रमाण शामिल हैं। विशेष रूप से, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों को इस योजना के तहत अतिरिक्त लाभ प्रदान किए जाते हैं।
इस योजना का उद्देश्य केवल रोजगार सृजन तक ही सीमित नहीं है। यह बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, लोगों की आय में वृद्धि करने और पोल्ट्री उत्पादों की मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाने का एक व्यापक प्रयास है। इस तरह, बिहार मुर्गी पालन योजना 2024 न केवल व्यक्तिगत स्तर पर लाभार्थियों को फायदा पहुंचाएगी, बल्कि समग्र रूप से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यह योजना बिहार के ग्रामीण परिदृश्य को बदलने और युवाओं को स्वरोजगार की ओर आकर्षित करने का एक सशक्त माध्यम बन सकती है। यह न केवल पोल्ट्री उद्योग को बढ़ावा देगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विविधीकरण में भी योगदान देगी, जो राज्य के समग्र विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।